यदि आप नोएडा, दिल्ली या उसके आसपास के शहरों में पहाड़ी ऑर्गनिक उत्पादों, हस्तशिल्प या यहाँ के ऊनी वस्त्रों के शौक़ीन हैं और इन्हें खरीदना चाहते हैं तो आपके लिए यह एक बेहतरीन अवसर है। इसके लिए आपको आना होगा नोएडा स्टेडियम स्थित रामलीला मैदान में, जहाँ चल रहा है उत्तराखंड प्रवासियों का विंटर कॉर्निवल यानी महाकौथिग 2025, नोएडा के इस विशाल मैदान में 100 से अधिक स्टॉल्स पहाड़ी उत्पादों से सजे हुए हैं, जहाँ उत्तराखण्ड की संस्कृति, स्वाद और विरासत एक ही छत के नीचे देखने और खरीदने को मिलेगी।
सेक्टर-21A स्थित नोएडा स्टेडियम में उत्तराखंड का पारंपरिक लोककला और हस्तशिल्प मेला जो ‘महाकौथिग’ के नाम से ख्यातिप्राप्त है, दिनांक 19 दिसंबर 2025 से 25 दिसंबर 2025 तक चलेगा। जिसका समय हर दिन प्रातः 10 बजे से प्रारम्भ होकर रात्रि 8 बजे के बीच है। यहाँ उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों से आए व्यवसायी, उत्पादक, महिला स्वयं सहायता समूह और कारीगर अपने शुद्ध पहाड़ी उत्पादों के साथ मौजूद हैं।
इस विंटर कार्निवल में उत्तराखण्ड के ऑर्गनिक उत्पाद जैसे जैसे गहत, भट, उरद, लाल चांवल, झुंगर, कौणी, संतरे, माल्टा, गडेरी, जखिया, जम्बू धुंगार समेत कई चीजें खरीद सकते हैं। इसके अलावा आप काली कुमाऊँ के भदेले यानि लोहाघाट की कढ़ाई और अन्य लौह हस्तशिल्प उत्पाद भी यहाँ से खरीद सकते हैं।
यहाँ आपको पहाड़ी फल-सब्जियां, जो शुद्ध रूप से जैविक खेती कर उत्पादित की गई हैं, खरीदने को मिल जाएँगी। तिमले का अचार, लिंगुड़े का अचार, जखिया, जम्बू, मंडुवे के कुकीज, बद्री गाय का घी समेत दुर्लभ उत्पाद भी यहाँ आसानी से उपलब्ध हो जाएँगी।
इसके बाद आप यहाँ उत्तराखण्ड के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनंद ले सकते हैं। यहाँ 150 से अधिक कुमाऊंनी, गढ़वाली और जौनसारी कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।
तो आप 19 दिसंबर से 25 दिसंबर के बीच नोएडा स्टेडियम में लगे इस पहाड़ी मेले यानी महाकौथिग में अवश्य पधारें और ये सीधे पहाड़ों से लाए गए, रसायन-मुक्त और पारंपरिक खेती से तैयार किए गए इन उत्पादों को अपने घर ले आएं।






